गौ शालाओं में बनेंगी गायों की समाधी, गायों के शवों के सम्मानजनक तरीके से निष्पादन की योजना
भोपाल// गायों की मौत को लेकर किरकिरी झेलने वाली मध्य प्रदेश सरकार ने अब गायों के शवों को खुले में छोड़ने के बजाय सम्मानजनक तरीके से निष्पादन की योजना बनाई है । सरकार ने ऐलान किया है कि अब मृत गोवंश पशुओं को गौशाला में समाधि दी जाएगी ।
शिवराज सरकार दवारा इसके लिए मनरेगा से गो समाधिया बनवाई जाएंगी।
इसमें 6 फीट लंबा 4 फीट चौड़ा और इतने ही ऊंचाई का गड्ढा खोदकर समाधि दी जाएगी। सबसे पहले गड्ढे के तल में ताजे गोवर की आधी फिट की तह बिछाई जाएगी इसमें 20 किलो नमक और इतना ही चुना डाला जाएगा। जिससे 6 माह बाद शव खाद बन जाएगा।
जिसके बाद वो खाद सरकार किसानों के साथ-साथ अन्य लोगों को देगी। यह फैसला सरकार ने लिया है, गौ संवर्धन बोर्ड इस स्कीम का क्रियान्वयन कराएगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं ।
पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि गौशालाओं में 1 वर्ष में 15% पशुओं की मौत होती है प्रदेश में 1772 गौशालाओं में 2, लाख 87हजार गोवंशीय पशु हैं ।इस अनुमान से हर वर्ष लगभग 43हजार, 50 पशुओं की मौत होती है। अभी तक शव खुले में फेंक दिया जाता था। जिससे गंदगी होती थी ।कई बार विवाद की स्थिति भी बनती है। गौशालाओं के आसपास वर्षों तक कंकाल पड़ा रहता है। गोवंशीय पशुओं के शव का सम्मानजनक तरीके से निष्पादन के लिए उन्हें समाधि दी जाएगी।
दिल्ली ने दिखाई राह
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए लंपी स्कीन डिसीज से पीड़ित पशुओं का निष्पादन व्यवस्थित तरीके से करने के लिए दिल्ली सरकार को निर्देशित किया था । साथ ही कहा था कि समाधि की प्रक्रिया जन भावनाओं के अनुरूप होनी चाहिए।
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पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा के अंतर्गत गो समाधि बनाने के लिए सभी जिलों को निर्देशित किया है जिसमें गोवंश पशुओं के समूह को व्यवस्थित तरीके से निष्पादित किया जा सके
गुलशन बामरा प्रमुख सचिव पशुपालन