कर्नाटक के समान कनुगोलू की टीम लगा पाएगी एमपी में भी कांग्रेस की नैया पार ?
कहा जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस को जीत दिलाने में आक्रामक चुनावी कैंपेन का बड़ा हाथ रहा है और जिस व्यक्ति और टीम ने यह कैंपेन संभाला था अब वही टीम मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस की नैया पार लगाने आ रही है?
भोपाल// कर्नाटक में कांग्रेस की प्रचंड जीत के कई कारणों में से एक कारण आक्रामक चुनाव कैंपेन की रणनीति और मेनिफेस्टो को माना जा रहा है और इस चुनावी कैंपेन की बागडोर थी सुनील कनूगोलू नाम के व्यक्ति के हाथों में । अब खबर है कि यही सुनील कनुगोलू अपनी टीम के साथ जल्द ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए काम शुरू करेंगें।
पार्टी सूत्रों के अनुसार सुनील तनु गोलू के नेतृत्व में 130 सदस्य टीम जल्द ही मध्यप्रदेश में डेरा डालेगी और चुनाव की व्यू रचना तैयार करेगी । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ की टीम से बातचीत हो चुकी है कमलनाथ ने टीम को मध्य प्रदेश के बारे में फीडबैक दे दिया है उसी के आधार पर यह टीम प्रदेश में अपना काम शुरू करेगी।
कभी प्रशांत किशोर के साथ मिलकर भाजपा के लिए चुनाव की योजना बनाने सुनील को कांग्रेस ने कर्नाटक में चुनावी कैंपेन का काम सौंपा था। सुनील कनुगोलू ने यहां 4 महीने से अधिक समय रहकर चुनावी कैंपेन की प्लानिंग की और उनकी प्लानिंग के हिसाब से ही वहां कांग्रेस ने अपने चुनाव प्रचार को अंजाम दिया ।
इस टीम ने नारों से लेकर वरिष्ठ नेताओं के भाषण भी तैयार किए थे, जिसमें भाजपा द्वारा कांग्रेस पर किए गए हमलों का जवाब भी होता था। कांग्रेस के बलिदानी इतिहास का इसी टीम ने पूरा खाका तैयार कर बताया था कि किस तरह गांधी परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी। सुनील कनुगोलू 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रशांत किशोर की टीम के सदस्य थे । जिन्होंने भा ज पा और मोदी की पूरी रणनीति तैयार की थी। जिससे पहली बार देश में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी थी। 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार को इसी टीम ने संभाला था और वहां दूसरी बार भाजपा ने लगातार सरकार बनाई थी । 2022 में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के रणनीतिकार भी यही टीम थी और अब खबर है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद जल्दी यह टीम मध्यप्रदेश आ रही है।
हर सीट पर होगा फोकस
कांग्रेस सूत्रों की माने तो मध्यप्रदेश में आने से पहले यह टीम प्रदेश की एक-एक सीट की जानकारी जुटा चुकी है। हर सीट पर सामाजिक और राजनीतिक संतुलन के लिए अलग से रणनीति बनाई जा रही है। बताया जाता है कि 130 सदस्यों वाली सुनील की टीम हर विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर सबसे पहले लोगों का मन जानेगी और क्षेत्रीय समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाएगी उसके बाद प्रदेश के चुनावी कैंपेन के मुद्दे और नेताओं के भाषण के प्रमुख बिंदु तय किए जायेंगे। इसके अलावा जिलों की रणनीति अलग से तय की जाएगी।